
हरिद्वार । आपको बता दें की पिछले कई सालो से लगातार एक ही व्यक्ति पेंटागन मॉल की पार्किंग का ठेका लेते चले आ रहा है जिस कारण अन्य ठेकेदारों को पार्किंग लेने का अवसर नही मिल पा रहा, इसे मधुरता कहे या फिर दबंगता यह तो स्पस्ट नही, लेकिन एक ही व्यक्ति को बार बार पार्किंग का ठेका मिलना ठेका प्रथा पर बहुत से सवाल खड़े कर देता है,
कई बार पार्किंग को लेकर झगड़े भी हो चुके है कभी पत्रकारो के साथ तो कभी शहर के सामाजिक लोगों के साथ,आये दिन किसी न किसी के साथ पार्किंग ठेकेदार द्वारा बदसलुकी के मामले सामने आ रहे है, आखिर पार्किंग ठेकेदार की ऐसी कौन सी पावर है या दबंगता है,जिसके चलते एक ही व्यक्ति को बार बार अवसर दिया जा रहा है जिस कारण पेंटागन मॉल की छवि पर भी असर पड़ता दिख रहा है,
सवाल यह भी है की आखिर कितनी बार जीएसटी विभाग द्वारा इस पार्किंग की जांच की गई है? साल मे कितना पैसा इस पार्किंग से कमाया जा रहा है? कितना जीएसटी जमा किया जा रहा है? पार्किंग कर्मचारियों का पुलिस वेरिविकेशन कब ओर किस थाने मे किया गया, ऐसे बहुत से सवाल है जो प्रसाशन को भी संदेह के घेरे मे खडे करते है,