
संवाददाता – संदीप चौधरी
हरिद्वार – परिवहन विभाग रुड़की लगातार सड़क सुरक्षा के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने और लोगों को सड़क के नियमों के प्रति उनकी जिम्मेदारी को समझाने हेतु प्रेरित कर रहा है। सड़क सुरक्षा के प्रति छात्र -छात्राओं में जागरूकता की भावना उत्पन्न करनेऔर ट्रेफिक नियमों की पालना सुनिश्चित करवाने हेतु एआर टी ओ रुड़की कुलवंत सिंह चौहान सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) रुड़की एवं उनकी टीम द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला मांउट लिटेरा जी स्कूल रुड़की में आयोजित की गई। कार्यशाला से पूर्व विद्यालय के जूनियर व सीनियर वर्ग छात्रों के मध्य सड़क सुरक्षा से संबंधित चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें सौ से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया, दोनों वर्गों में सर्वश्रेष्ठ नौ-नौ छात्र -छात्राओं को परिवहन विभाग रुड़की द्वारा क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार सहित सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए जूनियर वर्ग में आयुषी सैनी ने प्रथम, अभिनव प्रताप ने द्वितीय, गौरी शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, वहीं
सीनियर वर्ग में अवनी आर्य ने प्रथम, आध्या लाल ने द्वितीय और स्तुति कश्यप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति नैतिक जिम्मेदारी की शपथ दिलाई गई। उप-संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) रुड़की एल्वीन राक्सी ने छात्रों को सड़क के नियमों की जानकारी दी , उन्होंने कहा कि कतिपय नाबालिग छात्रों द्वारा दुपहिया वाहनों का संचालन किया जाता है लेकिन यह नियम विरूद्व है। यदि कोई नाबालिग वाहन चलाते हुए पाया जाता है तो नाबालिग के अभिभावक को जेल तक हो सकती है साथ ही वाहन का पंजीकरण निरस्त किया जा सकता है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) रुड़की कुलवंत सिंह चौहान ने छात्रों को हेलमेट पहन कर दुपहिया वाहन चलाने की सलाह दी। साथ ही चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले छात्रों को सड़क सुरक्षा वालिंटियर बनने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन का भी धन्यवाद ज्ञापित किया। परिवहन कर अधिकारी अनिल सिंह नेगी ने बताया कि भारत में प्रति वर्ष सड़क दुघर्टनाओं से लगभग डेढ़ लाख से अधिक लोग दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं। जबकि देश की जीडीपी का लगभग चार प्रतिशत आर्थिक नुकसान होता है इसके अतिरिक्त कई परिवार सड़क दुघर्टनाओं के शिकार हुते है प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से झेलते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि सड़क दुघर्टना छुपे हुए आतंकवाद की तरह हैं जिससे देश को सामाजिक, आर्थिक और मानवीय हर प्रकार के नुकसान का सामना करना पड़ता है। सड़क दुघर्टनाओं को कम करने में हम सब अपने अपने स्तर से जिम्मेदारी को समझते हुए न केवल स्वयं सड़क के नियमों की पालना सुनिश्चित करें बल्कि दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक नियमों की अवहेलना करने वालों को जहां पर भी देखें वहीं टोकें। क्योंकि जब तक टोकेंगे नहीं तब तक नियमों की अवहेलना रुकेंगी नहीं। विद्यालय में सड़क सुरक्षा कमेटी का गठन भी किया गया जो समय-समय पर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता करने हेतु प्रतियोगिताएं आयोजित कर अपने नैतिक ज़िम्मेदारी तय करेंगे।
विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेश देवरानी , यातायात प्रभारी मोहित कुमार सहित परिवहन विभाग की प्रवर्तन दल से नीरज कुमार, अश्वनी चौहान,इजहारूल-हक-अंसारी, लक्ष्मण भंडारी, सुमित आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।