
हरिद्वार- रुड़की के सिविल लाइंस स्थित नामी-गिरामी स्कूल सेंट एन्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मंगलवार को एलकेजी की एक मासूम छात्रा पर बंदर ने हमला कर दिया था जिसमें छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई थी। वहीं छात्रा का परिजनों के द्वारा एक निजी अस्पताल में उपचार कराया गया। वहीं शिवपुरम निवासी घायल छात्रा के पिता रविकांत ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि मंगलवार को वह अपनी बेटी को सुबह स्कूल में छोड़ कर आये थे उसके बाद वह अपने आफिस पहुंच गए। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें फ़ोन करके सूचना दी गयी कि आपकी बेटी को बंदर ने घायल कर दिया है जिसके वाद वह आनन फानन में स्कूल पहुँचे तो उन्होंने देखा कि बच्ची का बहुत खून बह रहा था और बच्ची बहुत घायल थी। उन्होंने कहा कि उसके बाद वह खुद ही अपनी बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हए कहा कि उनकी बेटी गम्भीर रूप से घायल थी लेकिन प्रबंधन द्वारा उनकी बच्ची को उपचार नही दिया गया जिससे बच्ची की जान को भी खतरा था। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना दोबारा भी घट सकती है विद्यालय प्रबंधन की बड़ी लापरवाही है। उन्होंने कहा कि छोटे छोटे बच्चों की जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन की है और विद्यालय प्रबंधन ने अस्पताल तक आने की भी जहमत नही उठाई। घायल बच्ची की माता भारती त्यागी ने बताया कि बच्ची हालत बहुत गंभीर थी बच्ची के हाथ और पेट पर बंदर ने काटा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस दौरान स्कूल प्रबंधन से कोई भी वहां मौजूद नहीं था जिस कारण यह हादसा हुआ है जिसमें स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही है।