
पत्रकारों को संबोधित करते हुए एडवोकेट संजीव वर्मा ने कहा कि पुलिस प्रशासन लोगो के प्रति सही रवय्या नही अपना रहा है। उनके पास बहुत से ऐसे बहुत से पीड़ित लोग आए हैं जिनकी कहीं सुनवाई नही हो रही है उल्टा उन्ही पर ही मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। इन सब मामलों को लेकर उन्होंने पत्रकार वार्ता कर प्रदेश के मुख्यमंत्री और डीजीपी से माँग करी है कि इस ओर संज्ञान लिया जाए और सभी थानों को निर्देशित किया जाए कि अगर कोई पीड़ित थाने में जाता है तो उसकी एफआईआर दर्ज की जाए साथ ही अगर कोई झूठा मुकदमा लिखवाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा की विजीलेंस टीम चकबंदी आदि के अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकती है,पुलिस विभाग पर नही। उन्होंने कहा की इस संबंध में वह नवनियुक्त डीजीपी से संपर्क करेंगे और कार्रवाई की माँग करेंगे लेकिन अगर इस समस्या का समाधान नही हुआ तो 9 जनवरी को नारसन बॉर्डर से देहरादून तक वह पदयात्रा कर डीजीपी को ज्ञापन सौंपेगे। वहीं पत्रकार वार्ता में मौजूद आजादनगर निवासी अभिषेक ने बताया कि वह एक बैंक में जॉब करता था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान प्रधान विजय चौधरी ने लोगो से लाखों रुपए की ठगी की और पूरा आरोप उसके सर मड़ दिया। उन्होंने कहा कि उसके द्वारा पुलिस को तहरीर भी दी गई लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई बल्कि उल्टा उसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। उन्होंने उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। इस दौरान अन्य कई मामलों के पीड़ित भी पत्रकार वार्ता में मौजूद रहे।