
हरिद्वार – परिवहन विभाग के सौजन्य से सिडकुल स्थित एक निजी होटल में फर्स्ट रिस्पोंडर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट, वाहन चालक, विद्यालय के छात्र-छात्राएं और प्रवर्तन दल आदि ने भाग लिया। आरटीओ शैलेश तिवारी ने लोगों से रेड लाइट जंप न करने, तेज गति से वाहन न चलाने, वाहन में अधिक क्षमता से भार न ले जाने, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करने और नशे की हालत में वाहन का संचालन न करने की अपील की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में Arto रश्मि पंत ने कहा कि किसी भी सड़क दुर्घटना के समय पीड़ित व्यक्ति को सबसे पहले सहायता उपलब्ध कराने और पीड़ित व्यक्ति का जीवन बचाने में फर्स्ट रिस्पोंडर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फर्स्ट रिस्पोंडर का व्यावसायिक प्रशिक्षण होना बहुत जरूरी है। प्रशिक्षण लेने के बाद दुर्घटना के समय पीड़ित व्यक्ति के जीवन को बचाने में काफी सहायता मिलती है। कार्यक्रम में आरटीओ इंफोर्समेंट शैलेश तिवारी ने बताया कि हर साल सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान चली जाती है। जागरूकता और प्रशिक्षित फर्स्ट रिस्पोंडर के माध्यम से लोगों की जान बच सकती है।
इस दौरान कार्यक्रम में पंकज श्रीवास्तव सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) हरिद्वार,रश्मि पंत सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) हरिद्वार,शैलेष तिवारी संभागीय पविहन अधिकारी (प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा) देहरादून, वरुणा सैनी , रविंद्र सैनी सुरेंद्र सिंह नेगी अनिल कुमार शशिकांत आनंद असवाल, सुखबीर कंडवाल सहित छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।