
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गुरुवार को आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की डीपीसी (डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी) प्रक्रिया पूरी हो गई। इसके तहत 95 आईएएस अधिकारियों को पदोन्नति मिली है। नए साल के पहले दिन से ये प्रमोशन प्रभावी होंगे। इस बदलाव के बाद पांच जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) का तबादला तय माना जा रहा है, जिनमें लखनऊ और वाराणसी के डीएम भी शामिल हैं।
प्रमुख सचिव और सचिव स्तर पर बड़े बदलाव
प्रमोशन के बाद सात आईएएस अधिकारियों को प्रमुख सचिव और 38 को सचिव बनाया गया है। प्रमुख सचिव स्तर पर सौरभ बाबू, मनीष चौहान, अनुराग यादव, रणवीर प्रसाद, दीपक अग्रवाल, अमित गुप्ता और रंजन कुमार का नाम शामिल है। वहीं, 38 विशेष सचिवों को सचिव बनाया गया है, जिनमें सूर्य पाल गंगवार, डॉ. रूपेश कुमार, माला श्रीवास्तव, विजय किरण आनंद, और एस. राजलिंगम जैसे नाम शामिल हैं।
आईएएस अधिकारियों के तबादले की संभावना
कानपुर और आजमगढ़ के मंडलायुक्त सहित लखनऊ, वाराणसी, गाजियाबाद, मथुरा और कानपुर नगर के डीएम को बदला जा सकता है। इन पदों पर नए अधिकारियों की तैनाती होगी।
आईपीएस अधिकारियों का प्रमोशन और बदलाव
डीपीसी के तहत 70 से अधिक आईपीएस अधिकारियों को प्रमोशन मिला है। वर्ष 1992 बैच के डीपीएस जुनेजा एडीजी से डीजी बनेंगे। नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, लखनऊ रेंज के आईजी प्रशांत कुमार और एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी को एडीजी बनाया गया है। इसके साथ ही 10 डीआईजी को आईजी पद पर प्रमोशन मिला है।
प्रशासनिक आदेश जल्द जारी
राज्य सरकार द्वारा इन प्रमोशनों और तबादलों के आदेश जल्द ही जारी किए जाएंगे। इस कदम से प्रदेश में प्रशासनिक ढांचे में बड़े बदलाव की उम्मीद है, जिससे शासन की कार्यक्षमता और पारदर्शिता को बढ़ा
वा मिलेगा।