
मुख्य विकास अधिकारी महोदया के निर्देशों के क्रम में जनपद हरिद्वार के समस्त विकासखंडों में अल्ट्रा पूवर सपोर्ट, एंटरप्राइजेज (फॉर्म & नॉन फॉर्म), सीबीओ लेवल के एंटरप्राइजेज की स्थापना की गई है। इसी कड़ी में, लक्सर विकासखंड के दाबकी कलां गांव की सोनिया देवी, “ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना” के सहयोग से एक सफल उद्यमी के रूप में उभर कर सामने आई हैं।
सोनिया पहले सूक्ष्म स्तर पर एक प्रोविजन स्टोर चला रही थीं, जिससे उन्हें एक माह में मात्र ₹2,500-₹4,000 की आय होती थी । यह उनके परिवार की आजीविका का एकमात्र स्रोत था । ग्रामोत्थान परियोजना की टीम द्वारा विजिट के दौरान, सोनिया की स्थिति का आकलन किया गया और उन्होंने अपने प्रोविजन स्टोर को बड़े स्तर पर विस्तारित करने की इच्छा व्यक्त की ।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में, सोनिया को ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के एकल उद्यम गतिविधि के तहत सहायता प्रदान की गई । इस परियोजना के माध्यम से उन्हें ₹30,000 का अंशदान प्राप्त हुआ । इसके अतिरिक्त, उन्होंने ₹50,000 का बैंक लोन लिया और ₹20,000 का स्वयं का अंशदान भी किया, जिससे कुल ₹1 लाख की लागत से उन्होंने अपने प्रोविजन स्टोर को बड़े स्तर पर स्थापित किया ।
आज, सोनिया का प्रोविजन स्टोर बड़े पैमाने पर चल रहा है और उसमें विभिन्न प्रकार के सामान उपलब्ध हैं । इस उद्यम से प्राप्त आय से वह अपने परिवार का भरण-पोषण बेहतर ढंग से कर पा रही हैं । और उनकी मासिक आय भी अब ₹5,000 से ₹7,000 हो गई है । सोनिया की यह सफलता कहानी दर्शाती है कि जिला प्रशासन और ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना जैसी पहलें ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।