
हरिद्वार, 31 जुलाई, 2025 – गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में आज डॉ. गौरव सिंह और डॉ. शिव सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘भारतीय ज्ञान परम्परा एवं धरोहर’ का विमोचन किया गया। इस पुस्तक में प्राचीन भारतीय ज्ञान और विरासत के कई अनछुए पहलुओं को उजागर किया गया है। इसका विमोचन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रभात कुमार ने किया।
प्रो. कुमार ने डॉ. सिंह और डॉ. सिंह, जो विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के पूर्व शोध छात्र रहे हैं, के इस साहित्यिक और शोध प्रयास की सराहना की।
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक नए छात्रों के लिए नए मार्ग प्रशस्त करेगी। प्रो. सत्यदेव निगमालंकार ने प्राच्य विद्याओं से संबंधित साहित्य पर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। आईक्यूएसी के अध्यक्ष प्रो. नवनीत ने इस उपलब्धि को पूरे विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय बताया। शोधार्थी विजय कुमार पांडे ने कहा कि यह पुस्तक प्राचीन इतिहास के शोधार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी और सशक्त मार्गदर्शक सिद्ध होगी।
यह पुस्तक प्राचीन भारतीय परंपराओं पर साहित्य की कमी को पूरा करने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस अवसर पर प्रो. डी. एस. मलिक, डॉ. अजय मलिक, श्री दीपक आनंद और श्री विकास राणा भी उपस्थित रहे।
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