
हरिद्वार – हरिद्वार के बहुचर्चित भाजपा नेत्री यौन शोषण प्रकरण में पुलिस अब एक नए मोड़ पर जांच को आगे बढ़ा रही है। अपनी नाबालिग बेटी के यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद भाजपा नेत्री और उसके कथित प्रेमी सुमित पटवाल को तीन दिन की रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है।इस मामले में गठित एसआईटी टीम दोनों आरोपियों को आगरा स्थित होटल प्रेसिडेंट में जांच के लिए लेकर गई थी। सूत्रों के मुताबिक, यहां भाजपा नेत्री ने न केवल अपनी नाबालिग बेटी के साथ रात बिताई, बल्कि होटल रजिस्टर और सीसीटीवी फुटेज में तीन और अज्ञात व्यक्तियों की मौजूदगी दर्ज की गई है।यह तीन लोग कौन थे? क्या इनका इस पूरे मामले से कोई बड़ा कनेक्शन है? यह सवाल अब जांच के केंद्र में हैं। सूत्र बता रहे हैं कि होटल से एसआईटी को कुछ अहम इलेक्ट्रॉनिक और दस्तावेजी साक्ष्य भी मिले हैं, जो इस मामले को किसी राजनीतिक गहराई तक ले जा सकते हैं।
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो होटल में इन तीन लोगों की मौजूदगी कोई संयोग नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकती है। एसआईटी अब इन तीनों की पहचान और भूमिका को लेकर तेजी से जांच कर रही है और माना जा रहा है कि वह जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
मामले की पृष्ठभूमि बेहद चौंकाने वाली है। बताया जा रहा है कि भाजपा नेत्री और उसके पति के बीच लंबे समय से संबंधों में दरार थी। वह कई महीनों से अपने कथित प्रेमी सुमित पटवाल के साथ अलग रह रही थी। मामला उजागर होने से एक महीने पहले नाबालिग बेटी अपने पिता के पास लौट आई थी।कुछ दिन तक चुप रहने के बाद जब किशोरी से उसके व्यवहार को लेकर पूछताछ हुई, तो उसने जो खुलासा किया, उसने हर किसी को हिला दिया।किशोरी ने आरोप लगाया कि उसकी मां ने सुमित पटवाल और उसके दोस्त शुभम के साथ मिलकर उसका यौन शोषण कराया। पहली बार जनवरी 2025 में भेल स्टेडियम के पास उसके साथ दुष्कर्म हुआ, इसके बाद वृंदावन और आगरा की यात्रा के दौरान भी इसी तरह की घटनाएं दोहराई गईं।
अब जब यह मामला राजनीतिक से लेकर आपराधिक स्तर तक गहराता जा रहा है, पूरा प्रशासन सतर्क है। होटल प्रेसिडेंट में रुके तीन संदिग्ध चेहरे इस केस की सबसे अहम कड़ी बन चुके हैं, जिनकी पहचान होते ही केस की दिशा पूरी तरह बदल सकती है।