विकास खंड कल्जीखाल में वन्य जीवों की लगातार सक्रियता और पालतू मवेशियों पर हो रहे हमले को लेकर एक गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में ग्रामीणों को वन्य जीवों के हमलों से बचाव हेतु जागरूक किया गया।
गुरुवार को ग्राम सभा डांगी में आयोजित गोष्ठी में उपस्थित वक्ताओं द्वारा अपने अपने सुझाव दिए गए। वक्ताओं ने कहा कि आए दिन भालू और गुलदार क्षेत्र में घूमकर पालतू मवेशियों को अपना निवाला बना रहें हैं। गनीमत है कि अभी तक जंगली जानवरों के हमलों में कोई जनहानि नहीं हुई है। वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र में जंगली जानवरों की मौजूदगी के चलते ग्रामीणों को जंगली जानवरों से अपनी सुरक्षा स्वयं करनी पड़ेगी।
वक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार वन विभाग वनाग्नि को लेकर जनप्रतिनिधियों के साथ ब्लाक स्तरीय संगोष्ठियां करता है। उसी प्रकार वन्य जीवों के बढ़ते हमले से बचने के लिए संगोष्ठियां आयोजित कर ग्रामीण स्तर पर वन पंचायत सरपंच के नेतृत्व में महिला मंगल दलों, पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, आशा कार्यकत्रियों तथा ग्राम प्रहरियों की एक टास्क फोर्स बनवानी पड़ेगी।
गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि अपनी सुरक्षा हेतु महिलाएं समूह बनाकर ही चारापत्ती लेने जाएं। हाथ में डंडा व दरांती अवश्य रखें। शाम ढलते ही ग्रामीणों को अपने अपने घरों के अंदर चले जाना चाहिए तथा छोटे बच्चों को खेलने के लिए अकेला नहीं छोड़ना चाहिए।
नव निर्वाचित वन पंचायत सरपंच मीना देवी की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी में राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग और शिक्षकों के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
