
हरिद्वार। उत्तराखंड में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. मनु शिवपुरी ने हरिद्वार में नाबालिग महिला हॉकी खिलाड़ी के साथ उसके कोच द्वारा किए गए दुष्कर्म की घटना की कठोर निंदा की है। उन्होंने इसे समाज और खेल क्षेत्र के लिए अत्यंत शर्मनाक बताते हुए आरोपी कोच की तत्काल गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की।
डॉ. मनु ने कहा कि सरकार और प्रशासन द्वारा ऐसे मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए शॉर्ट-टर्म अदालतों में प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है, लेकिन यह प्रयास पर्याप्त नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे मामलों के लिए एक निर्धारित समय सीमा तय की जानी चाहिए ताकि पीड़िता और उसके परिवार को जल्द न्याय मिल सके। उन्होंने कहा, “जब तक दुष्कर्म के मामलों में कठोर और शीघ्र दंड नहीं दिया जाएगा, तब तक ऐसी घटनाओं पर प्रभावी रोक लगाना संभव नहीं होगा।”
डॉ. मनु ने मांग की कि राज्य के मुख्यमंत्री को इस संबंध में एक सख्त एडवाइजरी जारी करनी चाहिए, जिसमें यह स्पष्ट हो कि ऐसे जघन्य अपराध करने वाले चाहे किसी भी भूमिका में हों—कोच, अध्यापक, या संरक्षक—उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “ऐसे अपराधियों को कठोरतम दंड देकर समाज में एक सख्त संदेश देना आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।”
यह घटना समाज के उन हिस्सों को झकझोरने का काम करती है, जो महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाते हैं। डॉ. मनु ने कहा कि सभी वर्गों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि महिलाओं और बच्चियों के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल तैयार हो।