
खनन माफिया एक ट्रॉली मिट्टी कीमत बता रहे है ₹1900 रुपए ।
क्या कहते है खनन अधिकारी ?
जिला खनन अधिकारी काजिम रजा बताते है की नाले की पैमाइस कर ली है फिलहाल मिट्टी प्राइवेट लैंड पर जमा की जा रही है और बाद इस मिट्टी से नाले निर्माण के दौरान बची खाली जगह में भरा जाएगा। लेकिन जब खनन अधिकारी से यह पहुंचा गया की यदि ठेकेदार या खनन माफियाओं के द्वारा बिना अनुमति के मिट्टी बेची जा रही है तो इस पर कार्यवाही कब तक की जाएगी तो उन्होंने कहा की आप कैसी बात रहे जब कार्यवाही होगी मैं बता दुगा मतलब यह कहा गलत नही होगा की अभी खनन विभाग के सभी अधिकारी अन्य कामों या आराम करने में व्यस्त हैं इसलिए खनन माफिया मस्त है या फिर कार्यवाही ना करने का कोई और कारण है यह तो खनन अधिकारी या अन्य विभाग ही बता सकता है , फिलहाल तो खनन अधिकारी ने इतना ही बताया है कि जब वह फील्ड में आएंगे तो इस पर कार्यवाही करेंगे अब देखने वाली बात तो यह होगी कि खनन अधिकारी इस पर कोई कार्रवाई करते भी है या फिर खनन माफिया इस मलाई यूंही लुप्त उठाएंगे।
अब से पहले भी खनन अधिकारी के संज्ञान में आ चुका है यह मामला फिर भी कार्यवाही क्यों नही बड़ा सवाल ?
हरिद्वार जिला खनन अधिकारी के लिए यह मामला नया नहीं है अब से पहले भी कुछ मीडिया कर्मियों के कैमरे के सामने खनन अधिकारी अपना स्टेटमेंट दे चुके हैं उन्होंने कहा था कि आपके द्वारा मिट्टी परिवहन व अवैध भराव का मामला संज्ञान में लाया गया है और यदि यह सही पाया जाता है तो इस पर कार्यवाही की जाएगी। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि 4 दिन बीत जाने के बाद भी खनन विभाग यह पता नहीं लग पाया है कि जो मामला खनन अधिकारी के संज्ञान में डाला गया है वह सही है या गलत इसलिए अभी तक खनन विभाग के द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नही की गई है। हालांकि खनन अधिकारी इस मामले को छोटा सा मामला बताते हैं लेकिन खनन माफिया इस छोटे से मामले से लाखों का चुना राजस्व विभाग को लगा रहे है।