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उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को अपने आवास स्थित कैंप कार्यालय, 7-कालिदास मार्ग पर प्रखर राष्ट्रवादी नेता, लेखक, समाज सुधारक और स्वातंर्त्यवीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर मौर्य ने कहा कि वीर सावरकर केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार हैं — एक ऐसी ज्वाला जो अन्याय के विरुद्ध संघर्ष की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि सावरकर के जीवन में मन, वचन और कर्म की जैसी एकरूपता और तादात्म्य था, वह अलौकिक और अनुकरणीय है। सावरकर का व्यक्तित्व, कृतित्व, वक्तृत्व और कवित्व उन्हें विश्व इतिहास में एक विशिष्ट स्थान प्रदान करता है।उन्होंने कहा, जब-जब कोई व्यक्ति पराधीनता के खिलाफ संघर्ष करेगा, अन्याय से टकराएगा, बलिदान की भावना से प्रेरित होकर स्वतंत्रता की ओर कदम बढ़ाएगा, तब-तब वीर सावरकर का नाम प्रेरणा बनकर उनके साथ खड़ा मिलेगा।
वे स्वतंत्रता संग्राम के उन महापुरुषों की श्रृंखला में सदैव एक दैदीप्यमान रत्न की तरह चमकते रहेंगे। मौर्य ने सावरकर को क्रांतिकारियों के मुकुटमणि बताते हुए उनके अद्वितीय बलिदान, निर्भीक विचारों और राष्ट्र के प्रति समर्पण को याद किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर का योगदान युगों तक राष्ट्र कृतज्ञता के साथ स्मरण करता रहेगा। उनका साहस और राष्ट्रभक्ति आज ‘विकसित भारतÓ के निर्माण की राह में पथ प्रदर्शक हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वीर सावरकर भारत माता के सच्चे सपूत थे, और देश उनके अदम्य साहस और संघर्ष को कभी नहीं भूलेगा।