हरिद्वार — जनपद के परिवहन विभाग में चल रहे 7500 रुपये की एंट्री के काले खेल का खुलासा होने के बाद विभाग के गलियारों में हड़कंप मच गया है। संवाददाता द्वारा खबर प्रकाशित किए जाने के बाद अब परिवहन अधिकारी बौखलाहट में इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं। खबर सामने आने के बाद विभाग की साख पर उठे सवालों ने अफसरों की नींद उड़ा दी है।
सूत्रों के अनुसार, परिवहन विभाग के एक पुरुष और एक महिला अधिकारी उस पत्रकार की जानकारी जुटाने में लगे हैं जिसने इस काले खेल का पर्दाफाश किया। बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारी एक होटल तक पहुंच गए, जहां से उन्होंने पत्रकार की सीसीटीवी फुटेज हासिल करने की कोशिश की, लेकिन वहां भी उन्हें केवल निराशा ही हाथ लगी।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले संभागीय परिवहन अधिकारी निखिल शर्मा ने कहा था कि विभाग को बदनाम करने वाले दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा, लेकिन अब तक किसी भी दलाल के खिलाफ कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आई है। इसके उलट, विभागीय अधिकारी अब मीडिया पर ही नजरें गड़ाए हुए हैं।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि परिवहन विभाग की टीम अब भी यह समझने में नाकाम है कि आखिर ये “7500 रुपये की एंट्री” का खेल किन लोगों के इशारों पर चल रहा था। वहीं, जिन लोगों ने होटल में पत्रकार से मुलाकात की, उन्हें भी कुछ अधिकारियों ने विभाग के दलाल मान लिया है।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या परिवहन विभाग अपने अंदर बैठे भ्रष्ट तंत्र पर नकेल कसने की हिम्मत जुटाएगा, या फिर सच्चाई उजागर करने वालों पर शिकंजा कसने में ही अपनी ताकत झोंकता रहेगा?
