हरिद्वार – परिवहन विभाग में 7500 रुपए की “एंट्री” का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा। चार दिन तक चली चेकिंग की चमक अब फिर उसी अंधेरे में खोती दिख रही है। एआरटीओ रुड़की ने ट्रैक्टर ट्रॉलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सड़कों पर रुतबा जरूर दिखाया, लेकिन “चार दिन की चांदनी” के बाद अब फिर वही पुराना खेल शुरू हो गया है। रात ढलते ही वही 7500 रुपए वाली एंट्री फिर से सड़कों पर दौड़ती नजर आ रही है और इस बार भी दलाल फुरकान, लव त्यागी और बालाजी का नेटवर्क सक्रिय है।
दरअसल, परिवहन विभाग का पूरा सिस्टम इन दलालों की पकड़ में फंसा दिख रहा है। आरोप है कि ये दलाल बिना टैक्स चुकाए चलने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से हर महीने 7500 रुपए वसूलते हैं, जिसके बाद वाहन बिना रोक-टोक सड़कों पर दौड़ते रहते हैं। सूत्र बताते हैं कि जिन वाहनों की “एंट्री” होती है, उनके लिए विभाग की आंखें खुद-ब-खुद बंद हो जाती हैं।
वहीं, संभागीय परिवहन अधिकारी निखिल शर्मा ने खुलासा किया है कि विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग परिवहन विभाग के नाम पर अवैध उगाही कर रहे हैं। अब इस पूरे गिरोह पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है। शर्मा ने बताया कि जल्द ही फुरकान, लव त्यागी और बालाजी जैसे दलालों के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
लेकिन बड़ा सवाल यह है
क्या 7500 रुपए की यह एंट्री अब बंद होगी या फिर कुछ नए दलाल जन्म लेंगे?क्योंकि सच्चाई यही है कि जब दलालों की रात जगमगाती है, तब परिवहन विभाग की गाड़ियां सड़कों से गायब हो जाती हैं।अब देखना यह होगा कि कार्रवाई की यह “चार दिन की चांदनी” स्थायी साबित होती है या फिर वही अंधेरी रात लौट आती है।
